मुम्बई से आकर टॉप 30 गुरूकुलम का संचालक कर रहा है शिवपुरी के भविष्य के साथ खिलवाड़ 

मुम्बई से आकर टॉप 30 गुरूकुलम का संचालक कर रहा है शिवपुरी के भविष्य के साथ खिलवाड़



खुद का नहीं पंजीयन, दूसरों को रेबडियों की तरह 75 हजार में बांट रहे स्कूल की फ्रेंचाइजी
 

टीआई से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी की पड़ताल में नहीं दिखा सके कोई दस्तावेज

शिवपुरी। बढ़ती बेरोजगारी कहें या फिर लालच, के नाम पर शिवपुरीवासी किसी न किसी रूप में दर्जनों बार ठगी का शिकार हो चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद भी न तो शहर के लोग जागरुक हो पा रहे हैं और न ही पुलिस एवं प्रशासन के जिम्मेदार। अब इसी तरह का जाल शिवपुरी शहर में मुम्बई से आकर एक शख्स द्वारा मुम्बई टॉप 30 गुरूकुलम नाम से सिद्धेश्वर मंदिर के सामने एक कार्यालय खोलकर कुछ तथाकथित लोगों द्वारा बिछाया जा रहा है। इस बात का खुलासा आज उस समय हुआ जब आज सुबह हमारी टीम द्वारा इस संस्था की हकीकत जानने के लिए पड़ताल की। टीम की सूचना पर से सबसे पहले संस्था पर फिजीकल टीआई सुनील खैमरिया पहुंचे और मामले की पड़ताल की, लेकिन उन्हें संस्था के प्रबंधक मान्यता संबंधी कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सके इसके बाद थाना प्रभारी शिक्षा विभाग का मामला कहकर चलते बने। इसके बाद सूचना प्रभारी कलेक्टर एचपी वर्मा को दी तो उन्होंने मामले की पड़ताल हेतु जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार को निर्देशित किया। कुछ समय बाद शिक्षा विभाग के सहायक संचालक एके रोहित मौके पर पहुंचे, फिर बीआरसीसी। दोनों शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों को भी संस्था प्रबंधक केवल मौखिक रूप से ही सफाई देते हुए दिखाई दिए, लेकिन कागजी रूप से दोपहर 1 बजे का समय देकर चलता कर दिया। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार भी मौके पर पहुंचे, लेकिन पूर्व की भांति उनके सवालों के जबाव भी संस्था के प्रबंधक नहीं दे सके। कुल मिलाकर मौके पर टीआई व शिक्षा विभाग के तीन अधिकारियों को सबकुछ ठीकठाक नहीं लगा और दोपहर 1 बजे तक संस्था की ओर से सभी कागज उपलब्ध कराने का लॉलीपोप लेकर चलते बने। खासबात यह है कि संस्था का शिवपुरी में किसी प्रकार का पंजीयन नहीं है और वह अधिकारियों के सामने मान्यता के आवेदन करने की बात कहते रहे, लेकिन उनके द्वारा करीब डेढ़ माह पूर्व ही एक बड़े समाचार पत्र के माध्यम से लोगों को 75 हजार में फ्रेंचाइजी के लिए संपर्क करने का विज्ञापन भी प्रकाशित कर दिया। इस तरह से संस्था द्वारा खुलेआम लोगों के साथ धोखाधड़ी का प्रयास किा जा रहा है, बावजूद इसके शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों द्वारा समाचार लिखे जाने तक कार्यवाही के नाम पर कुछ भी सामने नहीं आ पाया है।

डीईओ कटियार बोले, आप नियमों से करें भर्ती नहीं तो करा दूंगा एफआईआर


जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने गुरूकुलम प्रबंधक पाठक से संस्था संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो वह सिर्फ एक मकान मालिक और उनके बीच का एग्रीमेंट ही दिखा सके उसमें भी कमी पाई गई क्योंकि वह शासन के साथ एग्रीमेंट नहीं था जो नियमों के अनुसार होता है। पैसे लेकर भर्ती के मामले में डीईओ ने सख्त हो गए कहा कि आपके द्वारा इस तरह की भर्ती के संबंध में न तो कलेक्टर, सीईओ और न ही पुलिस को सूचना दी। जिस शिक्षा विभाग के अंतर्गत तुम काम कर रहो उसको ही सूचना नहीं दी। आप सभी काम नियमों से करें, अन्यथा की स्थिति में मैं आप पर एफआईआर करा दूंगा।

संस्था संचालक पाठक पर्दे के पीछे से कर रहा ठगी...?


जब इस पूरे घटनाक्रम को हमारी टीम द्वारा टेस्ट किया गया तो एक बड़ा खुलासा सामने आया है। इसमें सबसे बड़ी बात यह निकलकर सामने आई कि संस्था के संचालक पाठक द्वारा अपना नाम, फोटो, परिचय लगभग गुप्त रखा और एक चर्चित अखबार में विज्ञापन देकर शिवपुरी के ही नौजवानों को भ्रमित करने के लिए जाल फैलाने का प्रयास किया। खासबात यह है इस विज्ञापन में शिवपुरी के तीन लोगों को संस्था का प्रबंधक दर्शाया गया। मौके पर टीम द्वारा इन तीनों से बातचीत की गई तो इन्होंने अपने आपको संस्था का कर्मचारी होना बताया। इससे यह स्पष्ट होता है कि जो संस्था संचालक है उसका प्री प्लान यहां से नौजवानों की जेब से पैसा निकालकर भागना तय है। अब देखना यह है कि इस ठग की बातों में कितने पढ़े लिखे नौजवान फंसते हैं। 
पैसे दो मास्टर बनो


प्रबंधक की मानें तो 30 लोगों का स्टाफ है जिसमें से करीब 20 लोगों से हमने पैसे जमा कराए हैं जो उनके द्वारा स्वेच्छा से जमा किए गए हैं। इसके ऐवज में उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिनमें 10 हजार से लेकर 30 हजार रुपए तक जमा कराए हैं अपने-अपने पद के हिसाब से। सूत्रों की मानें तो संस्था प्रबंधक द्वारा प्रशिक्षण के नाम पर अभ्यार्थियों से बड़ी रकम इकट्ठा की जा रही है। इसके अलावा कमीशन का लालच देकर चैन सिस्टम से अन्य लोगों को जोडऩे के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इसमें ट्रेनिंग में ज्वाइनिंग के बाद अन्य किसी व्यक्ति को ज्वाइन कराने पर दो हजार रुपए नगद दिए जा रहे हैं। जिसके लालच में कई अभ्यार्थी अपने संबंधियों को जोड़ भी चुके हैं। 

इनका कहना है
हमें संस्था से संबंधित किसी भी प्रकार के दस्तावेज पेश नहीं किए हैं, हो सकता है सीईओ साहब के कार्यालय में पेश किए गए हों, इसमें सिर्फ एक ही पॉइंट फाल्ट है कि उनके द्वारा जिला प्रशासन को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसमें प्रभारी कलेक्टर द्वारा ही कार्यवाही की जा सकती है।
अजय कटियार
जिला शिक्षा अधिकारी शिवपुरी

मामले से संबंधित जानकारी से मैंने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। अधिकारियों के निर्देशन में नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
सुनील खैमरिया
थाना प्रभारी फिजीकल