छतरपुर में एसडीएम ने ही रची थी कार्यालय पर हमले की साजिश, गिरफ्तार, निलंबित

छतरपुर में एसडीएम ने ही रची थी कार्यालय पर हमले की साजिश, गिरफ्तार, निलंबित





छतरपुर। छतरपुर में एसडीएम अनिल सपकाले ने खुद ही अपने कार्यालय पर नकाबपोश बंदूकधारियों से हमला कराया था। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता के चलते साजिश रची गई थी। पुलिस ने घटना का तीन दिन में ही पर्दाफाश कर आरोपियों का गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एसडीएम की गिरफ्तारी के बाद संभागायुक्त ने उन्हें निलंबित कर दिया है।



पुलिस ने बताया कि कई ऑडियो सुनने के बाद घटना का पर्दाफाश किया गया है। कंट्रोल रूम में पुलिस ने कुछ ऑडियो पत्रकारों को भी सुनाए। साजिश में कृष्णा विश्वविद्यालय के डायरेक्टर पुष्पेंद्र गौतम, उससे जुड़े राजू उर्फ राजेंद्र बुंदेला और भाजपा जिला अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जावेद अख्तर भी शामिल थे।


पुलिस ने एसडीएम सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एएसपी जयराज कुबेर ने बताया कि जांच में पाया गया कि एडीएम ने ही पूरी योजना बनाकर इस घटना को अंजाम दिलाया है। हमले के दौरान हमलावर किसी भदौरिया का नाम लेकर चिल्ला रहे थे, इस पर पुलिस ने भदौरिया से भी पूछताछ की, लेकिन जब इसकी जांच की तो पता चला कि उसे फंसाने के लिए ऐसा किया गया था।


आरोपियों के खिलाफ धारा 307, 353, 427,452, 506, 336,34 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया था, इसके अलावा सार्वजनिक संपत्ति निवारण अधिनियम की धारा 3 धारा 120 बी, 193, 182, 211 आईपीसी 25/27 आर्म्स एक्ट का मुकदमा भी दर्ज किया गया था।


पुलिस के द्वारा पुष्पेंद्र सिंह गौतम, जावेद अख्तर, राजू उर्फ राजेंद्र सिंह, अमित सिंह परमार, अर्जुन श्रीवास को गिरफ्तार किया गया। पुष्पेंद्र गौतम ने बताया कि वह एसडीएम अनिल सपकाले की छतरपुर पदस्थापना के बाद वह अब तक 15 लाख रुपए दे चुका है। दिसंबर 2019 में 4,70,000 देना बताया गया है।